कदम्ब डेवलपमेंट एंड रिसर्च फाउंडेशन, बहरोड की निदेशिका शिल्पा बर्बरीक अग्रवाल ने बताया कि संस्था की विशेष मुहिम “कन्यादान महादान” का उद्देश्य पारंपरिक दान नहीं, बल्कि जरूरतमंद बेटियों को उनके नए जीवन की शुरुआत में सप्रेम भेंट प्रदान करना है—ऐसी वस्तुएँ जो उनकी वास्तविक और उपयोगी जरूरतों को पूरा कर सकें। संस्था अब तक प्रिया, मुस्कान और चित्रा सहित कुल 28 बेटियों तक यह सप्रेम भेंट पहुँचा चुकी है।
कदम्ब फाउंडेशन द्वारा हर बेटियों को दी जाने वाली भेंटों में मिक्सरग्राइंडर, डिनर सेट, कैंपर, प्रेस, प्रेशरकुकर, पर्स, गैस चूल्हा, गिफ्ट आइटम्स, चांदी की पायल, नोज पिन, बिछिया, साड़ियाँ, सूट्स, चद्दरें, डबल बेड कंबल, श्रृंगार का समान आदि शामिल हैं। संस्था द्वारा प्रत्येक बच्ची को ₹1100-1100 की राशि भी प्रदान की गई, ताकि वे बिना किसी अभाव के आत्मसम्मान और सुरक्षा के साथ अपना नया जीवन शुरू कर सकें। बर्बरीक अग्रवाल ने बताया कि कदम्ब का उद्देश्य उन परिवारों तक सहयोग पहुँचाना है जिन्हें बुनियादी जरूरतों के लिए भी दूसरों पर निर्भर होना पड़ता है। संस्था को पूर्ण विश्वास है कि समाज का यह भावनात्मक और मानवीय सहयोग आगे भी निरंतर मिलता रहेगा और हम और भी अधिक जरूरतमंद बेटियों तक सहारा पहुँचा पाएँगे।
इस मुहिम को सफल बनाने में संस्था की मुख्य संरक्षक भगवतीदेवी, सचिव दिव्यम , शिखा, मंजू, रेणुका, आशा, विनीता ,रीना, मंजू, बबीता, संगीता, मीनू, करुणा, राजरानी,अनेक साथियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। इनका यह सहयोग केवल सामाजिक कर्तव्य नहीं, बल्कि मानवता, करुणा और संवेदना का सच्चा स्वरूप है—जो हर बेटी के जीवन में नई उम्मीद, नई रोशनी और नई मुस्कान लेकर आता है।